क्या दुनिया ट्रम्प को गंभीरता से ले रही है? गाजा में इजरायल की बड़ी कार्रवाई इसका सबूत
ट्रम्प की राजनीतिक वापसी ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। गाजा में इजरायल की हालिया बड़ी कार्रवाई इस बात का स्पष्ट संकेत है कि दुनिया अब ट्रम्प की राजनीतिक वापसी को कितनी गंभीरता से ले रही है।
गाजा में इजरायल की ताजा कार्रवाई
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में सेना को तत्काल “शक्तिशाली हमले” करने का आदेश दिया है। इजरायल का दावा है कि हमास ने युद्धविराम का उल्लंघन किया है। यह कदम तब उठाया गया जब तनाव बढ़ता जा रहा था और दक्षिणी गाजा में इजरायली सेना पर हमास द्वारा फायरिंग की रिपोर्ट सामने आई।
इसी महीने की शुरुआत में हमास ने सभी जीवित बंधकों को इजरायल को लौटा दिया था, साथ ही कुछ बंधकों के अवशेष भी सौंपे थे। लेकिन यह राहत ज्यादा दिन टिक नहीं सकी और हिंसा फिर बढ़ गई।
ट्रम्प का प्रभाव और अमेरिका की छवि
ट्रम्प की राजनीतिक वापसी के साथ ही वैश्विक परिदृश्य बदलता दिख रहा है। अपने पहले कार्यकाल में ट्रम्प ने परंपरागत कूटनीति को चुनौती दी थी। उनकी विवादास्पद टिप्पणियों और नीतियों ने अमेरिका की विश्वसनीयता को प्रभावित किया। अब, जब वे दोबारा सत्ता में लौट रहे हैं, मध्य पूर्व की शक्तियां पहले से ही अपनी रणनीति बदलने लगी हैं।
इजरायल और ट्रम्प के बीच के मजबूत संबंध सर्वविदित हैं। ट्रम्प ने जेरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देकर स्पष्ट संकेत दिया था कि वे इजरायल के पक्ष में खड़े हैं। आज गाजा में जो हो रहा है, वह उसी नीति की निरंतरता प्रतीत होती है।
नेतन्याहू का यह कदम केवल सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह विश्वास का प्रदर्शन भी है कि आने वाले ट्रम्प प्रशासन में इजरायल को अमेरिका का पूरा समर्थन मिलेगा।
क्या बदलने वाला है?
ट्रम्प की राजनीतिक वापसी अप्रत्याशित परिणाम ला सकती है। गाजा संकट के बीच यह साफ दिख रहा है कि अमेरिका का समर्थन इजरायल के लिए और मजबूत हो सकता है, मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन बदल सकता है, और फिलिस्तीनी मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय दबाव कम हो सकता है।
ट्रम्प की नीतियों का असर अब सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं है—बल्कि वैश्विक राजनीति की दिशा तय कर रहा है।
अमेरिका की वैश्विक साख और निष्कर्ष
अपने पहले कार्यकाल में ट्रम्प ने जिन नीतियों से अमेरिका की छवि को नुकसान पहुंचाया, उनकी भरपाई आसान नहीं होगी। NATO सहयोगियों से तनाव, जलवायु समझौते से अलग होना और व्यापार युद्ध जैसी नीतियों ने अमेरिका की साख पर प्रश्न उठाए थे।
अब, जब वे फिर से सत्ता में हैं, दुनिया यह देखने के लिए उत्सुक है कि क्या वे पहले जैसी नीति दोहराएंगे। गाजा में इजरायल की कार्रवाई इस बात का पहला बड़ा संकेत है कि ट्रम्प की राजनीतिक वापसी का असर अंतरराष्ट्रीय मंच पर महसूस किया जा रहा है।
यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि वैश्विक राजनीति के नए अध्याय की शुरुआत है—जिसकी पहली पंक्ति गाजा में लिखी जा चुकी है।

