SCO समिट में पीएम मोदी का आतंकवाद पर सख्त संदेश

SCO समिट में पीएम मोदी ने सोमवार को आयोजित 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) हेड्स ऑफ स्टेट काउंसिल समिट के दौरान आतंकवाद पर तीखा संदेश दिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के उसी बैठक कक्ष में मौजूद होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरी मानवता के लिए खतरा है और इस मुद्दे पर किसी भी तरह की दोहरी नीति स्वीकार्य नहीं है।
SCO समिट में पीएम मोदी का आतंकवाद पर सख्त रुख
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि शांति, स्थिरता और सुरक्षा ही विकास की नींव हैं और SCO समिट में पीएम मोदी ने संगठन से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की।
मोदी ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुटता पर दृढ़ है और SCO की इसमें अहम भूमिका है। किसी भी प्रकार की दोहरी नीति स्वीकार्य नहीं होगी।” उन्होंने बताया कि भारत अल-कायदा और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ लगातार लड़ रहा है और आतंकवाद को आर्थिक मदद देने का भी कड़ा विरोध करता है।
भारत की कड़ी कार्रवाई और ऑपरेशन सिंदूर
SCO समिट में पीएम मोदी ने याद दिलाया कि भारत पिछले सात दशकों से आतंकवाद का सामना कर रहा है। पहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सैन्य कार्रवाई कर कई आतंकी ढांचों को तबाह किया। यह चार दिनों तक चला सैन्य संघर्ष भारत-पाकिस्तान के बीच ड्रोन और मिसाइलों की जवाबी कार्रवाई तक पहुंचा, जिसे अंततः पाकिस्तान के DGMO ने रोकने का अनुरोध किया।
SCO का विस्तार और वैश्विक महत्व
इस बार चीन के तियानजिन में आयोजित SCO समिट में पीएम मोदी के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित कई सदस्य देशों के प्रमुख मौजूद रहे। वर्ष 2001 में स्थापित यह संगठन अब 10 देशों का समूह बन चुका है। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसमें शामिल हुए, ईरान 2023 में और बेलारूस 2024 में इस समूह का हिस्सा बना।