ज़ेलेन्स्की वाशिंगटन पहुँचे, ट्रंप संग बैठक में यूक्रेन-रूस युद्ध पर चर्चा

ज़ेलेन्स्की ट्रंप मुलाक़ात सोमवार को व्हाइट हाउस में होने जा रही है। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब हाल ही में ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की अलास्का में शिखर वार्ता हुई थी, जिसमें किसी ठोस युद्धविराम पर सहमति नहीं बन सकी।
ज़ेलेन्स्की ट्रंप मुलाक़ात का महत्व
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की रविवार को वाशिंगटन पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य रूस के साथ युद्ध को “तेज़ी और भरोसेमंद तरीके से खत्म करना” है। ज़ेलेन्स्की ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं वाशिंगटन पहुँच चुका हूँ। कल मेरी मुलाक़ात राष्ट्रपति ट्रंप से होगी। साथ ही हम यूरोपीय नेताओं से भी बातचीत करेंगे। हमारा साझा लक्ष्य युद्ध का स्थायी अंत है, न कि पहले की तरह अस्थायी समझौता।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि क्रीमिया और डोनबास क्षेत्र की तरह अब कोई समझौता स्वीकार्य नहीं है। ज़ेलेन्स्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना डोनेट्स्क और सुमी क्षेत्रों में सफलताएँ हासिल कर रही है और यह संघर्ष स्वतंत्रता व संप्रभुता की रक्षा के लिए है।
I have already arrived in Washington, tomorrow I am meeting with President Trump. Tomorrow we are also speaking with European leaders. I am grateful to @POTUS for the invitation. We all share a strong desire to end this war quickly and reliably. And peace must be lasting. Not…
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 18, 2025
यूरोपीय नेताओं की भूमिका
सोमवार को दोपहर 1.15 बजे (स्थानीय समय) ट्रंप और ज़ेलेन्स्की की द्विपक्षीय बैठक व्हाइट हाउस में होगी। इसके बाद शाम 3 बजे बहुपक्षीय बैठक में यूरोपीय नेता भी शामिल होंगे। इनमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ़्रीडरिख मर्ज़, नाटो महासचिव मार्क रुटे और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन शामिल होंगे।
ट्रंप प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि अब यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने पर विचार किया जा रहा है। इस कदम का यूरोपीय नेताओं ने भी स्वागत किया है।
पिछली तनातनी और नई उम्मीदें
गौरतलब है कि ज़ेलेन्स्की फरवरी में व्हाइट हाउस में ट्रंप से हुई पिछली मुलाक़ात के दौरान तीखे टकराव का सामना कर चुके हैं। उस समय ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उन्हें अमेरिकी मदद के प्रति “कृतघ्न” बताया था। इसने दोनों देशों के रिश्तों में तनाव ला दिया था। हालांकि, मौजूदा बैठक को रिश्तों में सुधार और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में देखा जा रहा है।
ज़ेलेन्स्की ने दोहराया कि रूस को यह युद्ध समाप्त करना ही होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के सहयोग से रूस को वास्तविक शांति समझौते के लिए मजबूर किया जा सकेगा।
बाहरी संदर्भ: Reuters