थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद: F-16 एयरस्ट्राइक, 10 नागरिकों की मौत

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर सैन्य संघर्ष की तस्वीर

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद ने एक बार फिर उग्र रूप ले लिया है। 24 जुलाई को दोनों देशों के सैनिकों के बीच भीषण गोलीबारी हुई, जिसके बाद थाईलैंड ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कंबोडियाई ठिकानों पर F-16 जेट्स से एयरस्ट्राइक की। इस संघर्ष में कम से कम 10 नागरिकों की मौत और 14 घायल होने की पुष्टि हुई है। यह घटना ता मुएन थॉम, ता मोअन और ता क्राबेई जैसे प्राचीन मंदिरों के समीप विवादित क्षेत्र में हुई।

थाईलैंड ने कंबोडिया पर लगाया गोलीबारी शुरू करने का आरोप

थाई सेना का कहना है कि कंबोडियाई सैनिकों ने पहले गोलीबारी की, जबकि कंबोडिया का दावा है कि उन्होंने थाई घुसपैठ के बाद आत्मरक्षा में फायरिंग की। गोलीबारी की शुरुआत ता मुएन थॉम मंदिर के पास हुई, जो पहले से ही थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद का केंद्र रहा है।

भूमि खनन विवाद बना संघर्ष की वजह

थाई सेना का आरोप है कि हाल के दिनों में कई इलाकों में नई बारूदी सुरंगें बिछाई गईं थीं, जिनके कारण उनके कई सैनिक घायल हुए। 23 जुलाई को एक लैंडमाइन धमाके में पांच सैनिक घायल हुए, जिनमें एक ने पैर खो दिया। एक सप्ताह पहले भी एक सैनिक सुरंग की चपेट में आकर घायल हुआ था।

F-16 जेट्स ने किए दो सैन्य मुख्यालयों पर बमबारी

थाई वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो कंबोडियाई सैन्य ठिकानों पर बमबारी की। सेना के अनुसार, इस संघर्ष में सात अलग-अलग क्षेत्रों में नुकसान हुआ और एक आठ वर्षीय बच्चे की भी जान चली गई।

कंबोडिया ने UN सुरक्षा परिषद से की हस्तक्षेप की मांग

कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने इस हमले को ‘पूर्वनियोजित सैन्य आक्रामकता’ बताते हुए UN सुरक्षा परिषद को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया कि थाईलैंड ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों और UN चार्टर का उल्लंघन किया है।

अमेरिकी दूतावास ने जारी की चेतावनी

बैंकॉक स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि “थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद” क्षेत्र में रॉकेट और तोपों से फायरिंग जारी है। अमेरिकी नागरिकों को इलाके से दूर रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

विमान सेवाएं सामान्य, तनाव सीमित क्षेत्र में

कंबोडिया के नागरिक विमानन विभाग ने बताया कि फुनेन पेन्ह–बैंकॉक और सिएम रीप–बैंकॉक के बीच उड़ानें सामान्य रूप से जारी हैं। इससे संकेत मिलता है कि संघर्ष सीमित सीमा क्षेत्रों तक ही रहेगा।

चीन ने दिया बयान, बातचीत से हल निकालने की अपील

चीन के विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों से बातचीत के ज़रिए “थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद” को सुलझाने की अपील की है। चीन, कंबोडिया का करीबी सहयोगी है, वहीं थाईलैंड अमेरिका का मुख्य गैर-नाटो सहयोगी है।

सीमा विवाद का इतिहास क्या है?

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद दशकों पुराना है, खासकर 1000 साल पुराने प्रेआ विहार मंदिर के आसपास। मई 2025 में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद से दोनों देशों के संबंधों में तनाव बढ़ा है।

 

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