🇮🇳 भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट: मलेशिया में ISIS से जुड़े 36 बांग्लादेशी गिरफ्तार

मलेशिया ISIS गिरफ्तारी के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। मलेशिया में ISIS से जुड़े 36 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी से भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा और मिजोरम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मलेशिया ISIS गिरफ्तारी से भारत में हड़कंप
27 जून 2025 को मलेशियाई गृह मंत्री सैफुद्दीन नसुतियोन इस्माइल ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि रॉयल मलेशियाई पुलिस ने 36 बांग्लादेशी नागरिकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन पर ISIS की विचारधारा फैलाने, भर्ती सेल संचालित करने और आतंकी फंडिंग से जुड़े होने का आरोप है। यह मलेशिया ISIS गिरफ्तारी भारत के लिए एक गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।
सीमा सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब बांग्लादेश से लगने वाली सीमाओं पर सतर्क हो गई हैं। अवैध घुसपैठ और आतंकवाद के प्रसार को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई गई है। BSF (सीमा सुरक्षा बल) को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ी चिंता और रणनीति
असम, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में गुप्तचर एजेंसियों ने स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बनाना शुरू कर दिया है। सीमावर्ती गांवों में ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी बढ़ाई जा रही है।
असम और त्रिपुरा: संवेदनशील सीमावर्ती राज्य
असम की बांग्लादेश सीमा काफी लंबी और छिद्रयुक्त है, जिससे आतंकी गतिविधियों का खतरा और भी बढ़ जाता है। त्रिपुरा में पहले भी JMB और Neo-JMB जैसे संगठनों की गतिविधियां पाई गई थीं।
BSF की भूमिका और मौजूदा इंतज़ाम
BSF दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है, जो भारत की सीमाओं की प्राथमिक रक्षा पंक्ति है। पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगने वाली सीमाओं पर BSF की मौजूदगी बेहद अहम मानी जाती है।
आतंकवाद का अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क
मलेशिया ISIS गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी नेटवर्क सीमाओं से परे जाकर काम कर रहे हैं। भारत में 2019 तक ISIS से जुड़े कई संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं जो अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े थे।
मलेशिया की वीजा नीति पर उठते सवाल
गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों ने कथित तौर पर छात्र, पर्यटक और कार्य वीजा का उपयोग कर मलेशिया में प्रवेश किया। इससे मलेशिया की वीजा नीति की कमजोरियों पर सवाल उठने लगे हैं।
भारत की रणनीतिक तैयारी और भविष्य की योजना
भारत सरकार ने सीमा के दोनों ओर 16 किमी तक फ्री मूवमेंट रेजीम (FMR) लागू किया है ताकि स्थानीय लोगों को सुविधा मिल सके। लेकिन अब सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। सुरक्षा बलों को आधुनिक उपकरण और निगरानी तंत्र से लैस किया जा रहा है।
मलेशिया ISIS गिरफ्तारी भारत के लिए एक गंभीर संकेत है कि वैश्विक आतंकवाद अब सीमाओं तक सीमित नहीं रहा। भारत को अपनी सुरक्षा नीतियों को और सुदृढ़ करना होगा, खासकर पूर्वोत्तर राज्यों में। अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सतर्क निगरानी ही इसका समाधान है।
🟧 स्रोत आधारित सूचना – यह लेख सरकार, सुरक्षा रिपोर्ट्स और अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।
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🔗 External Authoritative Link:
👉 Reuters रिपोर्ट: Malaysia arrests 36 Bangladeshis linked to ISIS
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