भारत-घाना आतंकवाद विरोधी सहयोग और आर्थिक संबंधों को मजबूत करेंगे: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के दौरान आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करने और आर्थिक संबंधों को गहरा करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और घाना “आतंकवाद को मानवता का दुश्मन” मानते हैं और इसके खिलाफ संयुक्त लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारत-घाना की साझा लड़ाई: आतंकवाद विरोधी सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ हुई वार्ता में कहा, “हमने आतंकवाद विरोधी सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।” उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में घाना के समर्थन के लिए आभार जताया और दोनों देशों के बीच सुरक्षा साझेदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
आर्थिक सहयोग: $3B व्यापार और UPI तकनीक साझाकरण
द्विपक्षीय वार्ता में आर्थिक सहयोग प्रमुख विषय रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया:
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भारत-घाना व्यापार वर्तमान में $3 अरब डॉलर से अधिक है।
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भारतीय कंपनियों ने घाना में $2 अरब डॉलर का निवेश किया है।
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अगले 5 वर्षों में व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य।
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भारत, घाना को UPI डिजिटल भुगतान प्रणाली का तकनीकी सहयोग देगा।
संयुक्त राष्ट्र सुधार और वैश्विक शासन
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की आवश्यकता पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “हमारा दृष्टिकोण समान है। हम एक समावेशी वैश्विक व्यवस्था चाहते हैं।”
घाना के आर्थिक पुनर्गठन में भारत का समर्थन
राष्ट्रपति महामा ने कहा कि घाना IMF कार्यक्रम और कर्ज पुनर्गठन के दौर से गुजर रहा है। भारत ने आर्थिक सुधारों में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
भविष्य की योजनाएँ: BRICS और अफ्रीका-भारत साझेदारी
यह यात्रा BRICS शिखर सम्मेलन (ब्राजील) से पहले हुई है। दोनों देशों ने कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य और मानव संसाधन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
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