अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क: ट्रंप ने 90 दिन बढ़ाई राहत

अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क विवाद और ट्रंप का 90 दिन का विराम

अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क विवाद में एक बड़े बदलाव के तहत, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी सामान पर बढ़ाए जाने वाले टैरिफ को 90 दिन के लिए टाल दिया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच चल रहा व्यापार युद्ध अस्थायी रूप से थमा हुआ है। व्हाइट हाउस के अनुसार, यह रोक 10 नवंबर तक लागू रहेगी।

अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क विवाद और ट्रंप का फैसला

ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “मैंने अभी एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे चीन पर लगाए गए टैरिफ को अगले 90 दिनों के लिए निलंबित किया जाएगा।” इससे पहले इस साल दोनों देशों ने एक-दूसरे के सामान पर लगातार बढ़ते टैरिफ लगाए थे, जो तिहरे अंकों तक पहुंच गए थे और वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रहे थे। मई में दोनों पक्षों ने इन शुल्कों को अस्थायी रूप से कम करने पर सहमति जताई थी।

व्हाइट हाउस ने अपने आदेश में कहा कि अमेरिका का चीन के साथ सालाना व्यापार घाटा “राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए असामान्य और असाधारण खतरा” है। आदेश में यह भी स्वीकार किया गया कि चीन ने अमेरिकी शिकायतों के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध 2024 का टाइमलाइन

21 जनवरी: पद संभालने के एक दिन बाद, ट्रंप ने चीनी आयात पर 10% पेनल्टी की धमकी दी।
1 फरवरी: चीन से आने वाले सामान पर 0%, मेक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ लगाया गया।
4 फरवरी: चीन ने अमेरिकी कंपनियों पर जवाबी कदम उठाए और कोयला, एलएनजी, कच्चे तेल और कुछ ऑटो पर शुल्क बढ़ाया।

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3 मार्च: अमेरिका ने सभी चीनी आयात पर फेंटानिल संबंधित टैरिफ को 20% तक बढ़ाया।
4 मार्च: चीन ने अमेरिकी कृषि निर्यात पर 10-15% टैरिफ लगाया।
2 अप्रैल: अमेरिका ने सभी चीनी सामान पर 34% टैरिफ लगाया, जो 9 अप्रैल से लागू हुआ।
4 अप्रैल: चीन ने 34% टैरिफ के साथ दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर रोक लगाई।
8 अप्रैल: अमेरिका ने चीनी सामान पर शुल्क 84% कर दिया।

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9 अप्रैल: चीन ने भी 84% टैरिफ लगाया और अमेरिकी कंपनियों को नियंत्रण सूची में डाला।
10-11 अप्रैल: चीन ने हॉलीवुड फिल्मों के आयात पर प्रतिबंध और टैरिफ 125% कर दिए।
10-12 मई: जेनेवा में वार्ता के बाद दोनों देशों ने 90 दिन का टैरिफ विराम घोषित किया।
28-29 मई: अमेरिका ने चीनी छात्रों के वीजा रद्द करना शुरू किया और टेक निर्यात पर रोक लगाई।
5 जून: शी जिनपिंग और ट्रंप के बीच एक घंटे की फोन कॉल हुई।

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6-10 जून: लंदन में नई व्यापार वार्ता में फ्रेमवर्क समझौता हुआ।
6 जुलाई: ट्रंप ने BRICS देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ की चेतावनी दी।
28-29 जुलाई: स्टॉकहोम वार्ता में 90 दिन की राहत बढ़ाने पर चर्चा हुई।
8 अगस्त: अमेरिका ने Nvidia को चीन को H20 चिप्स निर्यात की अनुमति दी।
11 अगस्त: दोनों देशों ने 90 दिन के टैरिफ विराम को बढ़ाया।

निष्कर्ष

अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क पर यह 90 दिन की राहत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अस्थायी राहत के रूप में देखी जा रही है। अब नजर इस बात पर होगी कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच यह तनाव कम होता है या फिर फिर से बढ़ता है।

 

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