पेंटागन सुरक्षा खामी: माइक्रोसॉफ्ट का डिजिटल एस्कॉर्ट प्रोग्राम विवादों में

माइक्रोसॉफ्ट पेंटागन सुरक्षा खामी ने अमेरिकी रक्षा तंत्र और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को गहरी चिंता में डाल दिया है। हाल ही में यह खुलासा हुआ कि टेक कंपनी ने एक दशक से अधिक समय तक पेंटागन के संवेदनशील क्लाउड सिस्टम के रखरखाव में चीनी इंजीनियरों का उपयोग किया। यह मामला “डिजिटल एस्कॉर्ट” कार्यक्रम के नाम से जाना जा रहा है, जिसे अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा माना जा रहा है।
डिजिटल एस्कॉर्ट कार्यक्रम और खुलासे
पेंटागन विदेशी नागरिकों को संवेदनशील डेटा तक पहुंच से रोकता है, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट ने इसे बायपास करते हुए चीन और अन्य जगहों के इंजीनियरों को अमेरिकी “एस्कॉर्ट्स” को दूरस्थ निर्देश देने की अनुमति दी। इस प्रणाली में चीनी इंजीनियर तकनीकी सहायता देते थे, जबकि अमेरिकी पर्यवेक्षक अक्सर तकनीकी विशेषज्ञता की कमी रखते थे।
जुलाई 2025 में प्रोपब्लिका की जांच ने इस खामी का खुलासा किया। माइक्रोसॉफ्ट की सुरक्षा योजना में चीन स्थित संचालन का कोई उल्लेख नहीं था, जबकि कंपनी पहले से जानती थी कि उसके उत्पादों को चीनी हैकर्स निशाना बना चुके हैं।
पेंटागन और माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने घोषणा की कि अब चीनी इंजीनियरों की भागीदारी पूरी तरह खत्म कर दी गई है। पेंटागन ने इसे “विश्वास का उल्लंघन” बताते हुए जांच शुरू की है। माइक्रोसॉफ्ट ने दबाव में आकर अपनी प्रथाओं को बदला और चीनी इंजीनियरों को अमेरिकी रक्षा ग्राहकों के लिए तकनीकी सहायता देने से रोक दिया।
हालांकि यह समस्या केवल पेंटागन तक सीमित नहीं रही। वर्षों से माइक्रोसॉफ्ट न्याय विभाग सहित अन्य अमेरिकी एजेंसियों को भी वैश्विक इंजीनियरिंग कार्यबल से सहायता प्रदान करता रहा है।
इस मामले ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मुख्य चिंताएं डेटा सुरक्षा, पारदर्शिता की कमी, निरीक्षण की कमजोरी और जासूसी का जोखिम हैं। यह घटना वैश्विक तकनीकी आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े जोखिमों को उजागर करती है।
फिलहाल पेंटागन ने डिजिटल एस्कॉर्ट कार्यक्रम समाप्त कर दिया है और व्यापक जांच शुरू की गई है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए पारदर्शिता, सख्त निरीक्षण और विश्वसनीय तकनीकी सहायता को प्राथमिकता देनी होगी।