संसद मानसून सत्र 2025: हंगामे के आसार और अहम मुद्दों पर नजर

संसद मानसून सत्र 2025 आज से आरंभ हो गया है, जो 21 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कुल 21 बैठकें आयोजित होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्र की शुरुआत से पूर्व मीडिया को संबोधित करेंगे। हालांकि, संसद मानसून सत्र 2025 में विपक्ष के विरोध और हंगामे की संभावना बनी हुई है, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों को लेकर।
संसद मानसून सत्र 2025: अहम मुद्दे और बयान
प्रधानमंत्री की जगह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित बयान देंगे। विपक्ष को राज्यसभा में इससे जुड़े प्रश्न पूछने की अनुमति दी गई है। संसद मानसून सत्र 2025 की शुरुआत से पहले सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार से इन मुद्दों पर जवाब माँगा।
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष की मांगें
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, सपा नेता रामगोपाल यादव और कांग्रेस के गौरव गोगोई समेत कुल 54 प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रत्यक्ष बयान देने की मांग की। किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि पीएम हमेशा सत्र के दौरान संसद में उपस्थित रहते हैं लेकिन हर समय सदन में बैठना संभव नहीं।
नए और लंबित विधेयक होंगे पेश
सरकारी सूत्रों के अनुसार, संसद मानसून सत्र 2025 के दौरान आठ नए और नौ लंबित विधेयकों को प्रस्तुत करने की योजना है। सरकार किसी भी विषय पर चर्चा से पीछे नहीं हटेगी।
बिहार, मणिपुर और कश्मीर जैसे मुद्दे भी शामिल
विपक्ष ने मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, चीन सीमा और बिहार के मतदाता सूची पुनरीक्षण जैसे मुद्दों को उठाने की तैयारी की है। कांग्रेस ने मतदाता नामों में साजिश की बात की तो सपा सांसद ने खुफिया तंत्र की विफलता पर सवाल खड़े किए।
संसद में सुचारु संचालन की उम्मीद
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि सरकार सभी सांसदों को बोलने के लिए पर्याप्त समय देने की कोशिश करेगी और नियमों के अनुसार सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है।
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