36,000 करोड़ परियोजनाओं संग पीएम मोदी ने पूर्णिया एयरपोर्ट खोला, NDA को सहारा
पीएम मोदी पूर्णिया एयरपोर्ट
बिहार की राजनीतिक हलचल के बीच पीएम मोदी पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करते हुए 36,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की गईं। सीमांचल क्षेत्र के लिए यह बड़ा विकास कदम है, जो राज्य चुनावों से पहले NDA की रणनीति को मजबूती देने वाला माना जा रहा है।
पूर्णिया एयरपोर्ट का महत्व
पूर्णिया एयरपोर्ट पूर्वी बिहार के उस हिस्से में स्थित है जहां अब तक हवाई अड्डा नहीं था। सीमांचल के अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिलों के साथ-साथ भागलपुर और मधेपुरा जैसे पड़ोसी जिले अब सीधे हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ेंगे। पहले यात्रियों को पटना, गया या दरभंगा के अलावा बंगाल के बागडोगरा जाना पड़ता था। पीएम मोदी पूर्णिया एयरपोर्ट से अब यह परेशानी खत्म होगी।
आर्थिक दृष्टि से भी यह एयरपोर्ट महत्वपूर्ण है। सीमांचल क्षेत्र मखाना और मक्का का प्रमुख उत्पादक है। नया एयरपोर्ट इन उद्योगों को बड़ा बढ़ावा देगा और भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की योजना भी है।
#WATCH | Bihar: Prime Minister Narendra Modi inaugurates the Interim Terminal Building at New Civil Enclave of Purnea Airport
Prime Minister will lay the foundation stone and inaugurate multiple development projects worth around Rs 36,000 crore at Purnea.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/zYQpGZFTYn
— ANI (@ANI) September 15, 2025
अन्य प्रमुख परियोजनाएं और राजनीति
सीमांचल क्षेत्र में बाढ़ एक गंभीर समस्या रही है। प्रधानमंत्री यहां बाढ़ नियंत्रण हेतु नई पहल की घोषणा करने वाले हैं। साथ ही, जोगबनी-दानापुर वंदे भारत ट्रेन और बिहार-तमिलनाडु अमृत भारत ट्रेन शुरू करने की योजना भी घोषित की गई है। नई रेल लाइनें भी खोली जाएंगी जिससे कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
जेडीयू नेता संतोष कुशवाहा ने कहा, “प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा दी जाने वाली विकास परियोजनाएं सीमांचल का चेहरा बदल देंगी।”
सीमांचल क्षेत्र, जिसमें 24 विधानसभा सीटें हैं, हमेशा राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील रहा है। 2020 के चुनावों में महागठबंधन ने 10 सीटें, NDA ने 9 और AIMIM ने 5 सीटें जीती थीं। लोकसभा में कांग्रेस ने दो सीटें लीं जबकि पूर्णिया ने पप्पू यादव को चुना। इस पृष्ठभूमि में पीएम मोदी पूर्णिया एयरपोर्ट और अन्य घोषणाएं NDA को लाभ दिलाने का प्रयास हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जो NDA की एकता का प्रदर्शन है। सीमांचल की मुस्लिम आबादी और वक्फ संशोधन कानून जैसे मुद्दे यहां के चुनावी समीकरण को प्रभावित करते हैं। कांग्रेस नेता कुमार आदित्य ने कहा, “सीमांचल के लोग चेहरों को पहचानते हैं। चुनाव से ठीक पहले योजनाओं की घोषणा करना धोखा है।”
External Link: भारत सरकार नागरिक उड्डयन मंत्रालय

