अर्धचक्रासन के फायदे: रीढ़ मजबूत करें और दर्द से पाएं छुटकारा

अर्धचक्रासन के फायदे: रीढ़ मजबूत करें और दर्द से पाएं छुटकारा
आजकल ऑफिस में 9 से 10 घंटे लगातार बैठना आम हो गया है, लेकिन यह आदत हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। लंबे समय तक बैठने से रीढ़ की हड्डियों पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अर्धचक्रासन के फायदे जानकर आप अपने शरीर को बेहतर बना सकते हैं।
अर्धचक्रासन क्या है?
अर्धचक्रासन का मतलब है “आधा चक्र”। इस योग में शरीर को इस प्रकार पीछे की ओर मोड़ा जाता है कि यह आधे पहिये जैसा दिखाई देता है। इंग्लिश में इसे Half Wheel Pose कहा जाता है। यह योग मोटापा कम करने, मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर को लचीला बनाने में भी मदद करता है।
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अर्धचक्रासन के मुख्य फायदे
आयुष मंत्रालय के अनुसार, अर्धचक्रासन के फायदे न केवल रीढ़ को मजबूत करने में बल्कि हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी असरदार हैं।
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रीढ़ की हड्डियों का लचीलापन बढ़ाता है।
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मांसपेशियों और नसों को मजबूती देता है।
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सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस में राहत देता है।
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ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है।
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फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
किन बीमारियों में असरदार
अर्धचक्रासन का नियमित अभ्यास स्ट्रेस कम करता है, पोस्चर सुधारता है और हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए लाभकारी है। यह श्वसन क्षमता में भी सुधार करता है, जिससे हृदय और फेफड़ों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
अर्धचक्रासन करते समय सावधानियां
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चक्कर या बैलेंस की समस्या होने पर इसे न करें।
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हाई ब्लड प्रेशर के मरीज धीरे-धीरे और सावधानी से करें।
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योग शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नियमित अभ्यास के लाभ
रोजाना अर्धचक्रासन के फायदे पाने के लिए इसे सही तकनीक से करना जरूरी है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि मानसिक तनाव भी कम करता है।
Ministry of AYUSH – Yoga Benefits