आईआईटी दिल्ली बना भारत का नंबर 1 विश्वविद्यालय, QS स्थिरता रैंकिंग 2026 में 205वां स्थान
आईआईटी दिल्ली QS स्थिरता रैंकिंग 2026 में शीर्ष स्थान पर
आईआईटी दिल्ली QS स्थिरता रैंकिंग 2026 में एक बार फिर भारत का सर्वश्रेष्ठ सतत विश्वविद्यालय बन गया है। लगातार दूसरे वर्ष इस प्रतिष्ठित संस्थान ने यह उपलब्धि हासिल की है, जिससे भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र में इसकी प्रतिष्ठा और मज़बूत हुई है।
लंदन स्थित क्वाक्वारेली साइमंड्स (Quacquarelli Symonds) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, आईआईटी दिल्ली को 205वां स्थान और 83.1 का प्रभावशाली स्कोर प्राप्त हुआ है। वहीं, आईआईटी बॉम्बे को 235वां और आईआईटी खड़गपुर को 236वां स्थान मिला है। इस रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली QS स्थिरता रैंकिंग 2026 के तहत सबसे आगे रहा।
भारत के विश्वविद्यालयों की वैश्विक उपलब्धि
इस वर्ष QS स्थिरता रैंकिंग 2026 में भारत की 103 विश्वविद्यालयों को स्थान मिला, जिनमें से 32 संस्थानों ने अपना प्रदर्शन बेहतर किया है। आईआईटी दिल्ली के अलावा, आईआईटी मद्रास, आईआईटी कानपुर, आईआईटी रुड़की, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईआईएससी बेंगलुरु, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, और आईआईटी बीएचयू वाराणसी जैसे प्रमुख संस्थान शीर्ष 700 में शामिल हुए हैं।
रोचक रूप से, आईआईटी दिल्ली ने वैश्विक स्तर पर रोजगार योग्यता और परिणाम श्रेणी में भी उल्लेखनीय सफलता पाई है, जहाँ इसे 93वां स्थान मिला। आईआईटी खड़गपुर 96वें और आईआईटी बॉम्बे 100वें स्थान पर रहे। यह प्रदर्शन भारत के तकनीकी संस्थानों की बढ़ती वैश्विक पहचान को दर्शाता है।
स्थिर विकास में शिक्षा की भूमिका
QS की सीईओ जेसिका टर्नर के अनुसार, “आईआईटी दिल्ली QS स्थिरता रैंकिंग 2026 में भारत की उच्च शिक्षा संस्थाओं की सतत विकास में अग्रणी भूमिका प्रतीक है। भारतीय विश्वविद्यालय ज्ञान विनिमय, पर्यावरणीय स्थिरता और सामाजिक प्रभाव क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।” यह साबित करता है कि शिक्षा और नवोन्मेष भारत के सतत विकास लक्ष्यों को सशक्त बना रहे हैं।
भारत अब उन चार देशों में शामिल है जहाँ 100 से अधिक विश्वविद्यालय QS स्थिरता रैंकिंग में प्रदर्शित हुए हैं। यह रुझान दर्शाता है कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था वैश्विक स्थायित्व के उच्च मानकों को तेजी से अपना रही है।
बाहरी लिंक (अधिकृत स्रोत): QS Top Universities (आधिकारिक रिपोर्ट)

