US Duplicitous Policy: अमेरिका की दोहरी चाल और इसके खतरनाक परिणाम

अमेरिका की दोहरी नीति पर आधारित चित्र

यूक्रेन मामले में अमेरिका की विरोधाभासी नीति

US duplicitous policy का ताजा उदाहरण यूक्रेन में दिखता है। एक तरफ ट्रंप NATO के ज़रिए यूक्रेन को हथियार दे रहे हैं, वहीं अमेरिकी मंत्री रूबियो शांति की बात कर रहे हैं। यह नीति खतरनाक प्रयोग बनती जा रही है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि अमेरिका और रूस ने यूक्रेन शांति वार्ता के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया है। लेकिन ट्रंप NATO सहयोगियों के ज़रिए हथियार भेजने की योजना बना रहे हैं।

US Duplicitous Policy की असलियत

एक तरफ शांति की बातें, दूसरी तरफ हथियारों की सप्लाई — यही है US duplicitous policy की असली तस्वीर। ट्रंप “निराश” होने की बात करते हैं लेकिन असल में यह सब दोहरी रणनीति का हिस्सा लगता है।

ट्रंप की टैरिफ नीति: दुनिया में बढ़ते तनाव

Global South में बढ़ता असंतोष

US duplicitous policy का असर अब वैश्विक व्यापार पर भी दिखने लगा है। ट्रंप ने सभी देशों पर 10% और कुछ पर 25-50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे BRICS और आसियान देश नाराज हैं।

यूरोपीय संघ की चिंता

ट्रंप का रक्षा खर्च GDP का 5% तक बढ़ाने की मांग और टैरिफ की धमकी ने यूरोप की चिंता बढ़ा दी है। यह अमेरिका को एक अविश्वसनीय साझेदार बनाता है।

डॉलर का वर्चस्व और अमेरिकी अर्थव्यवस्था

BRICS का चुनौती

US duplicitous policy के चलते BRICS देश अब डॉलर से दूर होकर वैकल्पिक व्यवस्था बना रहे हैं। इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को खतरा है।

वैश्विक संस्थानों में असंतोष

UN, IMF और WTO जैसे संस्थानों में भी असंतोष बढ़ा है। ये संस्थान अमेरिकी हितों की सेवा करते प्रतीत होते हैं — यह दोहरी नीति को उजागर करता है।

अमेरिकी स्वार्थपरता की पराकाष्ठा

युद्ध में प्रत्यक्ष भागीदारी से बचना

अमेरिका खुद मैदान में नहीं उतरता, दूसरे देशों का इस्तेमाल करता है। यूक्रेन इसका ज्वलंत उदाहरण है — US duplicitous policy की पराकाष्ठा।

दोहरे मापदंड की चरम सीमा

जब ट्रंप ने सीरिया के नेता से हाथ मिलाया, जो US soldiers की हत्या में शामिल था — तब US duplicitous policy का असली चेहरा सामने आया।

US Duplicitous Policy के वैश्विक परिणाम

नई विश्व व्यवस्था की शुरुआत

अब यूरोपीय और एशियाई सहयोगी अपनी सुरक्षा नीतियों पर पुनर्विचार कर रहे हैं। यह US duplicitous policy का प्रभाव है।

आर्थिक गुटबंदी का दौर

BRICS और अन्य संगठन अब अमेरिका के प्रभुत्व से मुक्त होने की कोशिश कर रहे हैं। इसका कारण है US duplicitous policy की अविश्वसनीयता।

भविष्य की चुनौतियां

डॉलर का वर्चस्व समाप्त होना, वैश्विक संस्थानों में प्रभाव का कम होना, और सहयोगियों की दूरी — ये सब US duplicitous policy के दूरगामी नतीजे हो सकते हैं।

निष्कर्ष: बदलती दुनिया में अमेरिका की स्थिति

US duplicitous policy अब वैश्विक राजनीति की सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है। ट्रंप की रणनीतियां दुनिया को अस्थिर कर रही हैं। Global South, यूरोपीय संघ, और एशियाई देश इस नीति पर सवाल उठा रहे हैं।

अगर अमेरिका अपनी नीति में पारदर्शिता नहीं लाता, तो आने वाले वर्षों में इसकी वैश्विक साख और घट सकती है।


🌐 स्रोत: US State Department Official Statement on Ukraine

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लेखक के विचार व्यक्तिगत हैं और वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति पर आधारित हैं।

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