नेपाल प्रोटेस्ट: क्या यह हिन्दू बहुल देश में Regime Change का एक प्रयोग है?
नेपाल प्रोटेस्ट: एक गहरा विश्लेषण
नेपाल में सत्ता परिवर्तन जनता और युवाओं द्वारा दर्शाया जा रहा है, कहा ये जा रहा है कि Gen-Z ने एक रैपर के इनफ्लुएंस से ये सब किया। इस छोटे से देश में हुए इस प्रचंड नेपाल प्रोटेस्ट प्रयोग को समझते है, ज्यादा तर एशियाई देश सभ्यताओं से जुड़े है, अंग्रेजों के शासन काल या कॉलोनिज्म के समय हमारी विद्याएं ग्रन्थ सब यहां से लेजाई गई उनका अंग्रेजी अनुवाद कर किसी के नाम से व्यापकता से पूरी दुनिया को परोसा गया। और पश्चिमी ज्ञान और सभ्यता को रंग भेद आधार पे श्रेष्ठ रखा गया।
बदलते परिदृश्य में खोखली सामाजिक और आर्थिक व्यवस्थाओं के चलते आज पश्चिम को अपने श्रेष्ठ बने रहने पे प्रश्न चिन्ह लगता साफ दिख रहा है। जब से GATT (General Agreement on Tariffs and Trade )समझौता हुआ तब से पश्चिमी जगत ने Asia में घुसने का माध्यम बनाया, सब से पहले आर्थिक ताना बाना बदला गया साथ में सामाजिक मूल्यों पे भी गहरा आघात किया जाने लगा।
नेपाल Gen-Z Protest: पीएम ओली का इस्तीफा और संसद भवन प्रदर्शनकारियों के कब्जे में
सोशल मीडिया: एक नया हथियार
आज उनके निशाने पे भारत और अन्य एशियाई देश है हम जब तक समझते की हुआ क्या तब तक उन्होंने अपने दृष्टिकोण को समाज में घर घर तक एक साथ पहुंचने का मजबूत रास्ता पहले इंटरनेट फिर सोशल मीडिया बना लिया। आज OTT में जिस तरह के कार्यक्रम चलते है वो परिवार के साथ देखे भी नहीं जा सकते,हमारे घर के अंदर उन्होंने अपनी संस्कृत को या ऐसा कहे कि एजेंडे को पहुंचा दिया। इस यू ट्यूब और इंस्टाग्राम के युग में डीप स्टेट influencers पे नजर रखता है और उनसे अपने मन माफिक एजेंडे चलाता है पूरे विश्व में।
नेपाल प्रोटेस्ट: एक टेस्ट केस
नेपाल के सत्ता विरोधी आंदोलन की टैग लाइन Gen-Z का आंदोलन और विद्रोह क्यों रखी गई सोचा क्या अपने?
बंगला देश में ऐसा नहीं था यहां भी युवाओं का असंतोष जैसा हेडर क्यों नहीं है । पूरी दुनिया और भारतीय मीडिया Gen-Z शब्द पे इतना जोर क्यों दे रहा है। नेपाल में न तो हिंदू राज आना है न वहां बदलाव आना है ये सिर्फ एक हिन्दू बाहुल्य छोटे से देश में प्रयोग किया गया है जिसमें केंद्र में Gen-Z शब्द रक्खा गया है। यह नेपाल प्रोटेस्ट महज एक टेस्ट केस से ज्यादा कुछ नहीं है।
भारत में मोदी सरकार को अपदस्थ करने के लिए यही इसी तरह का प्रयोग आप देखेंगे, उसके नेता राहुल गांधी रहते है या कोई और युवा ये समय बताएगा । भारत सरकार के सामने बहुत बड़ा संकट आने को है, अमरीका या ट्रंप पीछे नहीं हटे वो आप की देश भक्त सरकार को जनता में गलतफहमी फैला के हटाने का प्रयास करेंगे। याद रखिए सोशल मीडिया पे कंट्रोल अमरीका का ही है। नेपाल की क्रांति को मै सिर्फ एक हिन्दू बाहुल्य राज्य में कैसे सत्ता परिवर्तित की जा सकती है तक ही।देख प रहा हूं।जो इंप्रोवाइज वर्जन के साथ भारत में आने को तैयार हो रहा है। इस पूरे नेपाल प्रोटेस्ट के पीछे का मकसद साफ है।

