करिश्मा कपूर के बच्चों की 30000 करोड़ संपत्ति विवाद पर कानूनी लड़ाई

करिश्मा कपूर के बच्चों का 30000 करोड़ संपत्ति विवाद

करिश्मा कपूर के बच्चों की 30000 करोड़ संपत्ति विवाद

करिश्मा कपूर के बच्चे, कियान और समीरा, ने अपने पिता सुंजय कपूर की 30000 करोड़ की संपत्ति को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। यह मामला सुंजय कपूर की अचानक मौत के बाद एक बड़े कानूनी विवाद का रूप ले चुका है। बच्चों ने आरोप लगाया है कि उनकी सौतेली मां प्रिया कपूर ने वसीयत को फर्जी तरीके से बदलकर पूरी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की है।

सौतेली मां पर गंभीर आरोप

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, कियान और समीरा का आरोप है कि उनकी सौतेली मां प्रिया कपूर ने अपने दो सहयोगियों दिनेश अग्रवाल और नितिन शर्मा के साथ मिलकर वसीयत को छुपाए रखा और करीब सात हफ्ते बाद 30 जुलाई 2025 को परिवार की बैठक में पेश किया। बच्चों का कहना है कि यह वसीयत असली नहीं है और संदेहास्पद परिस्थितियों में तैयार की गई है। यहां तक कि न तो उन्हें इसकी मूल प्रति दिखाई गई और न ही कोई कॉपी सौंपी गई।

याचिका में कहा गया है कि अदालत उन्हें क्लास-1 लीगल उत्तराधिकारी के रूप में मान्यता दे और पिता की संपत्ति का पांचवां हिस्सा प्रत्येक को दिलवाए। दोनों बच्चों ने बताया कि 12 जून 2025 को विंडसर, यूके में पोलो खेलते समय हुई पिता की अचानक मौत तक उनका उनके साथ गहरा रिश्ता रहा। वे अक्सर उनके साथ छुट्टियां बिताते थे और व्यापारिक बैठकों में भी शामिल रहते थे।

परिवारिक ट्रस्ट और वसीयत पर संदेह

बच्चों का आरोप है कि शुरुआत में प्रिया कपूर ने किसी वसीयत के अस्तित्व से इनकार किया और कहा कि सारी संपत्ति आर.के. फैमिली ट्रस्ट के अंतर्गत आती है। लेकिन बाद में उन्होंने 21 मार्च 2025 की तारीख वाली एक वसीयत प्रस्तुत की, जिस पर बच्चों ने धोखाधड़ी और हेरफेर का आरोप लगाया है।

इस मामले में कई पक्ष शामिल हैं। वादी करिश्मा कपूर और सुंजय कपूर के बच्चे हैं, जो अपनी मां के प्रतिनिधित्व में अदालत में पेश हुए। प्रतिवादियों में प्रिया कपूर और उनका बेटा, सुंजय की मां और एक महिला शामिल हैं, जिसने खुद को विवादित वसीयत की निष्पादक बताया है।

बच्चों का कहना है कि उनके पिता ने जीवनकाल में कई बार उनकी वित्तीय सुरक्षा का आश्वासन दिया था। उन्होंने उनके नाम पर कारोबार शुरू किए, व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट स्तर पर संपत्ति खरीदी और फैमिली ट्रस्ट में भी उन्हें लाभार्थी बनाया।

सुंजय कपूर के निधन के बाद 19 जून को उनके बेटे ने लोधी श्मशान घाट में चिता को मुखाग्नि दी। इसके तुरंत बाद पारिवारिक विवाद गहराता चला गया। आरोप है कि प्रिया कपूर ने बच्चों की ट्रस्ट से संबंधित दस्तावेजों और वित्तीय रिकॉर्ड तक पहुंच सीमित करना शुरू कर दिया। यहां तक कि उन्हें कॉर्पोरेट बैठकों में बुलाया गया और कानूनी कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया, लेकिन पूरी पारदर्शिता नहीं दिखाई गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
7 योगासन जो तेजी से कैलोरी बर्न कर वजन घटाएं घुटनों के दर्द से बचाव: मजबूत घुटनों के 7 टिप्स