अमेरिकी पर्यटन उद्योग संकट: गिरते पर्यटक और टैरिफ नीति का असर

अमेरिकी पर्यटन उद्योग संकट और टैरिफ असर

अमेरिकी पर्यटन उद्योग संकट और आर्थिक असर

अमेरिकी पर्यटन उद्योग संकट इन दिनों गहराता जा रहा है। सुरक्षा चिंताओं, महंगी यात्रा लागत और ट्रम्प प्रशासन की टैरिफ नीतियों के कारण अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या तेजी से गिर रही है। लास वेगास, शिकागो और न्यूयॉर्क जैसे प्रमुख शहरों में विदेशी पर्यटकों की संख्या में चिंताजनक गिरावट देखी जा रही है। आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों की संख्या में 9.4% की गिरावट हो सकती है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 21 बिलियन डॉलर का नुकसान होने की संभावना है।

सुरक्षा चिंताएं और बढ़ती लागत

अमेरिकी हवाई अड्डों पर लंबी और कष्टकारी सुरक्षा जांच, अपमानजनक व्यवहार, घंटों की प्रतीक्षा और अनावश्यक पूछताछ की वजह से कई देशों के नागरिक अमेरिका की यात्रा से कतरा रहे हैं। कनाडा से आने वाले पर्यटकों में 20.2% की भारी गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा, अमेरिका में होटल की दरें, स्थानीय परिवहन और खाने-पीने की बढ़ती कीमतों ने इसे विदेशी पर्यटकों के लिए एक महंगा गंतव्य बना दिया है। इसके विपरीत यूरोप और एशिया के देश सस्ते और आकर्षक विकल्प उपलब्ध करा रहे हैं।

ट्रम्प प्रशासन की टैरिफ नीतियां और वैश्विक असर

डोनाल्ड ट्रम्प की आक्रामक टैरिफ नीतियों ने अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाया है। अप्रैल 2025 में “लिबरेशन डे” के नाम पर लागू की गई 10% टैरिफ और चीन पर 145% तक, ब्राजील पर 50% तथा कनाडा-मेक्सिको पर 25% अतिरिक्त टैरिफ ने विदेशी निवेशकों और पर्यटकों के मन में अमेरिका के प्रति नकारात्मक भावना पैदा की है। ट्रम्प के विवादास्पद बयानों और अन्य देशों के प्रति अपमानजनक रवैये ने भी वैश्विक स्तर पर अमेरिका विरोधी भावना को बढ़ावा दिया है।

अमेरिका विरोधी भावनाओं का असर केवल पर्यटन पर ही नहीं, बल्कि फिल्म उद्योग, व्यापार और निवेश पर भी देखा जा रहा है। हाल ही में सुपरमैन फिल्म के निर्माता ने स्वीकार किया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिल्म की विफलता का कारण दुनिया में बढ़ती अमेरिका विरोधी भावनाएं हैं। कई देश अमेरिकी डॉलर से दूरी बनाकर अपने सोने के भंडार बढ़ा रहे हैं और अमेरिकी बॉन्ड्स से बाहर निकल रहे हैं।

वहीं यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व के देशों में पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है। दुबई, सिंगापुर, थाईलैंड और तुर्की जैसे गंतव्य विदेशी पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बन रहे हैं। मौजूदा हालात में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 2025 में 12.5 बिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है। पर्यटन उद्योग में काम करने वाले लाखों लोगों की नौकरियां खतरे में हैं और होटल, रेस्तरां, परिवहन कंपनियां तथा स्थानीय व्यापारी इस गिरावट का सीधा शिकार हो रहे हैं।

हालांकि अमेरिकी नागरिकों का घरेलू पर्यटन अभी भी स्थिर है, लेकिन यह अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की कमी को पूरा नहीं कर सकता। विदेशी पर्यटक औसतन 4,000 डॉलर प्रति व्यक्ति खर्च करते हैं, जो घरेलू पर्यटकों से कहीं अधिक है। यह स्थिति अमेरिका की वैश्विक साख के लिए एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है और यदि नीतियों में सुधार नहीं हुआ तो भविष्य में अमेरिकी वर्चस्व को पुनः स्थापित करना और कठिन हो जाएगा।

 

External Authoritative Link:
👉 UNWTO Tourism Data 2025

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